18 सितंबर को कमलनाथ आएंगे ग्वालियर

ग्वालियर। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया से बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा तो कर दी परंतु आयोजित नहीं कर पाए। अब रूपरेखा बदलकर 18 सितंबर को कमलनाथ ग्वालियर आ रहे हैं। ना तो सदस्यता सम्मेलन होगा और ना ही जनसभा का आयोजन होगा। कार्यकर्ताओं से मीटिंग करेंगे ताकि उन्हें मोटिवेट किया जा सके।
खबर आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा ग्वालियर में भव्य कार्यक्रम और उसके बाद पूरे क्षेत्र में ताबड़तोड़ कार्यक्रमों के कारण ग्वालियर-चंबल संभाग के कांग्रेस कार्यकर्ता निराश हो रहे हैं। कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करने के लिए कांग्रेस पार्टी के मैनेजमेंट गुरु कमलनाथ 2 दिन तक ग्वालियर में रहेंगे।
20 से ज्यादा बड़ी कंपनियों को संचालित करने वाले परिवार के मुखिया कमलनाथ की पहचान जनसंपर्क और जनसभाएं करने वाले नेता के रूप में नहीं बल्कि कॉन्फ्रेंस हॉल और राउंडटेबल पॉलिटिक्स करने वाले नेता के रूप में रही है। ग्वालियर में भी ऐसा ही कुछ किया जाएगा। शहर के व्यापारिक संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स, दाल बाजार व्यवसायी संघ, लोहिया बाजार व्यवसायी संघ, के साथ ही सामजिक संगठनों में सिंधी समाज, मराठा समाज, अभिभाषक संघ, सामाजिक संघठनों से अलग-अलग बात करेंगे। फिलहाल किसी भी संघ या संगठन में मंजूरी नहीं दी है इसलिए कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है।
पहले कहा था कमलनाथ के स्वागत में 100000 लोग आएंगे
जब भारतीय जनता पार्टी ने 3 देवासी के कार्यक्रम में 76000 लोगों के शामिल होने का दावा किया था और मीडिया रिपोर्ट्स में 50,000 की संख्या बताई थी तब कांग्रेस की तरफ से घोषित किया गया था कि जब कमलनाथ ग्वालियर आएंगे तो उनके स्वागत में ग्वालियर चंबल संभाग के 100000 लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। बस यही एलान, कमलनाथ और कांग्रेस के लिए चुनौती बन गया है। अब यदि भारतीय जनता पार्टी से बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं किया तो काफी मुश्किल हो जाएगी।
